सत्ता की हनक, आमने सामने आए अध्यक्ष और सभासद

रायबरेली। नगर पालिका परिषद बोर्ड बैठक सोमवार को जंग का मैदान बन गया। काफी अरसे से चल रहा विरोध का एक अलग ही स्वरूप देखने को मिला। माहौल इतना अधिक बिगड़ गया कि अध्यक्ष को पुलिस फोर्स तक का सहारा लेना पड़ा। जैसे तैसे बोर्ड बैठक सम्पन्न हुई। इसके बाद अध्यक्ष ने सभासदों के खिलाफ जातिसूचक गाली और जान से मारने की धमकी देने की तहरीर कोतवाली में दी। वहीं विरोधी सभासदों ने अध्यक्ष पर बाहरी लोगों को बुलाकर पिस्तौल दिखाने और बाहरी लोगों के नशे में धुत होकर महिला सभासदों से अभद्रता करने का आरोप लगाया है। कोतवाली पुलिस दोनों पक्षों से मिले तहरीर की जांच कर रही है। अभी तक किसी पक्ष से मामला दर्ज नहीं हो सका।
वर्तमान में नगर पालिका में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। अध्यक्ष डाल-डाल तो सभासद चले पात-पात। जी हां नगर पालिका परिषद में कई महीने से कुछ ऐसा ही चल रहा है। यहां पर निर्धारित तिथि को होने वाली बोर्ड बैठक में कानून और सच की लड़ाई में अब तक झूठ व फरेबी का पता नहीं चल सका है। फिलहाल सोमवार को अपने गुट के साथ नपाप अध्यक्ष शत्रोहन सोनकर द्वारा बोर्ड बैठक किए जाने से नाराज हुए सभासदों ने जमकर हंगामा काटा। इतना ही नहीं नपाप अध्यक्ष पर महिला सभासदों के साथ अभद्रता किए जाने का भी आरोप लगाया गया है।
गौरतलब है कि नगर पालिका परिषद कार्यालय में बिना सभासदों की जानकारी में लाए अध्यक्ष द्वारा मनमाने तरीके से पावर का दुरुपयोग किए जाने के बाद से पूरा मामला उलझा हुआ है।

सोमवार को बैठक शुरू होते ही हंगामा होने लगा। सभासद जय प्रकाश वर्मा, सतीश कुमार मिश्रा, पुष्पा देवी, सुनीता पाल, आशा सिंह, कुसुमा, श्रवण कुमार, हसीना बानो, मोहित सिंह, रोहित पाण्डेय, कमरूद्दीन, पंकज साहू, रामखेलावन आदि अध्यक्ष के पावर को लेकर विरोध करने लगे। देखते ही देखते सभी चैम्बर के अंदर आ गए। दोनों पक्षों से तू-तू मैं-मै होने लगी। हालात यहां तक कि एक-दूसरे से गालीगलौज तक करने लगे। माहौल बिगड़ता देख अध्यक्ष को पुलिस तक बुलानी पड़ गई।

लापरवाही बर्दाश्त नहीं : सभासद
नपाप अध्यक्ष की करतूतों से परेशान सभासदों ने कहा कि अब नगर के विकास को लेकर बरती जाने वाली लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नपाप में अब सारे कामकाज नियम कानून से होंगे। ऐसा न करने पर वह आरपार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। उनके लिए नगर का विकास सर्वोपरि है।

ईओ स्वर्ण सिंह का कहना है कि 149 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ है। इसमें सभी सभासदों की सहमति है। इसके अलावां कुछ व्यवधान बीच में जरूर पड़ा, लेकिन इसका असर बजट पर सभासदों और अध्यक्ष ने नहीं पड़ने दिया। विकास कार्य में बजट की कमी नहीं होगी।
कोतवाली प्रभारी राजेश सिंह ने बताया कि सभासद व अध्यक्ष की ओर से तहरीर प्राप्त हुई है। मामले को संज्ञान में लेकर इसकी जांच पड़ताल की जा रही है। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कार्रवाई की जाएगी।
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