हत्या या आत्महत्या, मौत की वजह नहीं हो सकी स्पष्ट

लखनऊ। प्रतापगढ़ जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। कमरे की अंदर दंपत्ति समेत तीन का शव मिलने से हड़कंप मच गया। सूचना के बाद आला अफसर मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। पुलिस हत्या और आत्महत्या में उलझी हुई है। पुलिस की पड़ताल में जहरीला पदार्थ निगलने व खाने में जहरीला पदार्थ मिलाये जाने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस घटना की वजह की जांच करने में जुटी है।

प्रतापगढ़ जनपद के लीलापुर थाना अंतर्गत सगरा सुंदरपुर बाजार की यशोदा देवी ने अपनी इकलौती बेटी आशा देवी की शादी रायबरेली कैपरगंज निवासी रमेश पटवा के साथ की थी। आशा मां के घर पर ही रहने लगी और दो साल बाद रमेश से अलगाव हो गया। आशा का बेटा अंकित पटवा घर में नीचे कॉस्मेटिक की दुकान चलाता था। अंकित के साथ उसकी पत्नी रिया पटवा, मां आशा पटवा और छह माह का बेटा दूसरी मंजिल पर एक ही बेड पर सो रहे थे। जबकि 70 वर्षीय यशोदा देवी पहली मंजिल पर चारपाई पर लेटी थी। बुधवार की रात परिवार के सभी सदस्य घर में मौजूद रहे। गुरुवार की सुबह करीब 5.30 बजे दूध देने वाला पहुंचा तो दरवाजा बंद मिलने पर आवाज लगाने लगा। बगल के मनोज भी पहुंचे और आवाज दी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। सूचना पर पुलिस पहुंची तो गेट तोड़कर भीतर गए। आगे के कमरे में मनोरोगी यशोदा चारपाई पर पड़ी थी।

पुलिस दूसरी मंजिल पर पहुंची तो देखा अंकित, उसकी पत्नी रिया व मां आशा बेड पर मृत पड़े थे और मुंह से झाग निकल रहा था। जबकि बेटा मां रिया के शव से लिपट कर रो रहा था। पड़ोसी ने दुधमुंहे बच्चे को गोद में ले लिया। कुछ ही देर में मौके पर भारी भीड़ जुट गई। सूचना पर एएसपी संजय राय व सीओ लालगंज रामसूरत सोनकर व लीलापुर पुलिस मौके पर पहुंची। छानबीन के बाद तीनों शवों को बाहर निकाला गया। कुछ देर बाद एसपी डा.अनिल कुमार भी दलबल के साथ पहुंचे। फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने पहुंच कर साक्ष्य जुटाए। नानी मंदबुद्धि है,इस कारण वह कुछ स्पष्ट बता नहीं पा रही हैं। लोगों में चर्चा रही कि इस घटना की वजह सूदखोरी या जमीनी रंजिश हो सकती है। फिलहाल अभी घटना की हकीकत खंगाली जा रही है।
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