
– सिटी मजिस्ट्रेट ने रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों को जमानत राशि भरने का दिया था निर्देश
रायबरेली। शहर सहित जिले के विभिन्न जगहों पर होने वाली रामलीला के आयोजन पर संकट खड़ा हो गया था। प्रशासन ने कानून व्यवस्था का हवाला देकर रामलीला कमेटियों के पदाधिकारियों और साउंड सिस्टम लगाने वालों का कानून व्यवस्था ध्वस्त होने की आशंका पर चालान कर दिया था। साथ ही जमानत राशि जमा करने का फरमान सुनाया था। इसे लेकर नोटिस भी जारी कर दी गई थी। मामले की जानकारी भारत एकल सनातन धर्म के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विंग कमांडर पुष्कल द्विवेदी को हुई तो वह लखनऊ से सीधे रायबरेली पहुंचे और उसके बाद उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से बात कर रामलीला आयोजन का रास्ता साफ करा दिया।
बुधवार को सिटी मजिस्ट्रेट ने सभी रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों और साउंड सिस्टम लगाने वालों का चालान काट दिया था। साथ ही जमानत कराने के लिए जमानत राशि भरने का फरमान जारी किया था जिससे रामलीला आयोजकों में हड़कंप मच गया था। निर्देशित किया गया था कि रामलीला कमेटी के पदाधिकारी पहले एक लाख रुपये की जमानत राशि जमा करेंगे उसके बाद रामलीला का आयोजन किया जाएगा। शहर में 250 साल पुरानी खाली सहाट रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों ने इसे लेकर एतराज जताया था और कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया था। खाली सहाट रामलीला कमेटी में 15 सदस्य हैं। इन सभी को जमानत के तौर पर एक-एक लाख रुपया जमा करना था। मामले की जानकारी जब भारत एकल सनातन धर्म के राष्ट्रीय अध्यक्ष विंग कमांडर पुष्कल द्विवेदी को हुई तो वह गुरुवार को एसपी कार्यालय पहुंचे। वहां पर खाली सहाट रामलीला के पदाधिकारियों के साथ सुरजूपुर रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों से बात की और फिर वह सीओ सिटी अमित सिंह और एडीएम प्रशासन प्रफुल्ल त्रिपाठी से बात की। जिसके बाद एडीएम प्रशासन ने जमानत राशि जमा करने वाले निर्देश को निरस्त कर दिया। जिसके बाद विंग कमांडर ने रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों को पूरी स्थिति से वाकिफ कराकर उन्हें रामलीला का आयोजन कराने के कहा। इसके बाद विंग कमांडर के साथ खाली सहाट रामलीला के पदाधिकारियों के बात की और उन्हें पूरी स्थिति से वाकिफ कराया। इसके बाद पदाधिकारी और विंग कमांडर ने डीएम हर्षिता माथुर से बात की और उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराकर रामलीला के आयोजन की स्वीकृति मिलने पर धन्यवाद दिया। मामले में विंग कमांडर पुष्कल द्विवेदी ने बताया कि वह भारत एकल सनातन धर्म संगठन देश की सनातनी विरासत को बचाने का काम कर रहा है। रामलीला का आयोजन कराना कमेटी की पूरा दायित्व है। जिस पर मैंने पूरी बात प्रशासनिक अधिकारियों के सामने रखी। जिसके बाद प्रशासन रामलीला के आयोजन को लेकर बिना किसी शर्त के तैयार हो गया है।
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