
14 कोसी परिक्रमा परिधि में नया घाट, नाका हनुमानगढ़ी, सहादतगंज हनुमानगढ़ी और गुप्तार घाट से होते हुए परिक्रमार्थी पुनः नया घाट पहुंच रहे हैं। बता दें कि अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा शुरू होने के बाद 24 घंटे चलती है। इसके पीछे मान्यता है कि परिक्रमा मार्ग पर एक पग चलने भर से पूर्व जन्म के तमाम पाप धुल जाते हैं। इसे वांछित संख्या के अनुसार पूरा करने पर लोगों की मनौतियां भी पूरी होती हैं। अयोध्या की परिक्रमा का महत्व और भी ज्यादा है। यहां की परिक्रमा का अर्थ अयोध्या के पांच हजार से अधिक मंदिरों में विराजमान ठाकुरजी व ऋषियों-मुनियों के स्थलों की परिक्रमा एक ही बार में पूरी कर लेना है। मान्यता है कि अक्षय नवमी पर किया गया पुण्य अक्षय हो जाता है। कमिश्नर गौरव दयाल, डीएम नितिश कुमार, एसएसपी राजकरण नैय्यर लगातार परिक्रमा पथ पर भ्रमणशील हैं।
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