हंसराज
रायबरेली। सलोन कोतवाली में दबंगो की शिकायत करना युवक को महंगा पड़ गया। सलोन कस्बे के पुलिस चौकी के सामने घात लगाए बैठे आधा दर्जन से अधिक मनबढ़ युवको ने युवक को पकड़कर सड़क पर घूंसे और जूतों की ठोकरों से बेरहमी से पीटा। सड़क से गुजर रहे राहगीर “मत मारो, मत मारो” गुहार लगाते रहे, लेकिन दबंगों का दिल नहीं पसीजा और न ही चौकी पर मौजूद कोई पुलिसकर्मी पीड़ित युवक को बचाने दौड़ा। वही घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे सलोन पुलिस की अब किरकिरी के साथ ही पुलिस चौकी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के बरगदिहा मजरे किशुनदासपुर गांव निवासी शिवकेश अग्रहरि पुत्र केशव प्रसाद अपने-अपने मित्र पंकज कुमार के साथ अपने ससुराल बनिया का पुरवा जा रहा था। आरोप है कि कस्बा पुलिस चौकी के सामने परसदेपुर रोड की तरफ आ रहे एक टैंकर ने उनकी कार को पीछे से टक्कर मार दी। जिसकी शिकायत पुलिस से करने के बाद पीड़ित शिवकेश अपने दोस्त पंकज के साथ थाने से वापस लौट रहे थे। आरोप है कि इसी बीच पुलिस चौकी के सामने पहले से घात लगाते बैठे मनबढ़ युवक सरताज, रिजवान, गुड्डू पुत्र असमत, अपने एक दर्जन से अधिक अज्ञात साथियों के साथ पीड़ित व उसके दोस्त पर जानलेवा हमला कर दिया। पीड़ित युवक व उसका दोस्त कुछ समझ पाता उसके पहले मनबढ़ों ने पीड़ित युवकों की लात घूसे से जमकर पिटाई कर दी। युवक के कपड़े फाड़ दिए गए। दर्जनों मुस्लिम युवको ने कस्बा चौकी के सामने जमकर उत्पात मचाया। सबसे शर्मनाक की बात यह है कि जिस चौकी के पास यह मामला हुआ उस समय पुलिस को सांप सूंघ गया था। इससे चौकी पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगता दिखाई दे रहा है। पीड़ित का आरोप है कि उन्हें पुलिस चौकी में तैनात पुलिस कर्मियों के सामने मारपीटा गया। वहीं जब थाने आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने गए तो केस नहीं दर्ज किया गया। उल्टा उसे ही डरा धमका कर पुलिस पर थाने से भगा देने का आरोप है। इस सम्बंध में थाना प्रभारी निरीक्षक शिव शंकर सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों ने आपस में सुलह समझौता कर लिया है। इसमें
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