जनता दर्शन में पहुंची मंडलायुक्त, शिकायतों के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश
शशांक सिंह राठौर
रायबरेली। मंडलायुक्त लखनऊ डॉ. रोशन जैकब मंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित बचत भवन पहुंची। यहां पर मंडलीय जनता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान वह पूरे समय तक फरियादियों से घिरी रही। उनकी बातों को गंभीरता को सुनने के साथ ही निस्तारित करने के निर्देश देती रही। वहीं कई विभागों के अधिकारी मोबाइल में व्यस्त रहे। इस दौरान कुछ अफसर दिल देखते रहे तो का ए गुपचुप तरीके से गेम खेलते नजर आए। मानों उन्हें कुछ लेना देना ही ना हो। हालांकि बीच-बीच में यह जरूर देख लेते थे कि कोई उन्हें देख तो नहीं रहा है। जनसुनवाई के बाद जब उनकी फोटो और वीडियो वायरल होने लगी तो हर किसी ने कुछ ना कुछ बहाना बताकर चुप्पी साध लिया। सबसे खास बात यह है कि मंडल आयुक्त की जन सुनवाई में गंभीर नहीं रहने वाले अफसर अपने कार्यालय में कैसे फरियादियों को संतुष्ट करते होंगे यह इनकी कर शैली से साफ पता चल रहा है।
कार्य में लापरवाही पर लेखपाल को किया निलंबित
सबसे पहले मंडलायुक्त ने जनपद में लगभग दो माह पूर्व किये गए जनता दर्शन में आयी हुई शिकायतों के निस्तारण में हुई अब तक की गयी कार्यवाही के बारे में विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली। इस दौरान बिजली, पानी, सड़क, सुरक्षा, स्वास्थ्य, राशन कार्ड, पेंशन, राजस्व से संबंधित मामले आये,जिन्हें उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सौंपते हुए शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिए।
मंडलायुक्त के सामने ज्यादातर जमीनी विवाद से संबंधित मामले आए। मंडलायुक्त ने नरपतगंज,डलमऊ के लेखपाल रवि चक को लापरवाही और कार्य में शिथिलता बरते पर निलंबित करने का निर्देश दिया। दरअसल शिकायतकर्ता सोनी ने अपने प्रार्थना पत्र में मंडलायुक्त से शिकायत करते हुए बताया कि उनकी जमीन पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है,जिस पर बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी कार्यवाही नहीं की जा रही है। मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुए मंडलायुक्त ने लेखपाल को तुरंत निलंबित करने के निर्देश उप जिलाधिकारी डलमऊ को दिए।
पांच पर लगा गुंडा एक्ट
राजस्व के ही एक अन्य मामले में मंडलायुक्त ने कुलदीप सिंह के प्रार्थना पत्र के आधार पर भानू प्रताप सिंह,रणवीर सिंह,दिनेश प्रताप सिंह,तेज प्रताप सिंह और कमल प्रताप सिंह के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्यवाही करते हुए। उनका असलहा लाइसेंस रद्द करने का निर्देश दिया। प्रार्थना पत्र में बताया गया कि इनके द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करके उसका व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है, जिससे कि शासकीय क्षति हो रही है। मंडलायुक्त ने जनपद के समस्त उप जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जमीनी विवाद से संबंधित प्रकरणों को तहसील स्तर पर जल्द से जल्द निस्तारित करने का प्रयास किया जाए अन्यथा उन पर भी कार्यवाही की जाएगी।
जमीनी विवाद का निस्तारण तहसील स्तर पर हो
मंडलायुक्त ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जनता दर्शन का उद्देश्य लोगों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण करना है। जिससे कि उन्हें भटकना न पड़े। मंडलायुक्त ने बताया कि उनके सामने ज्यादातर जमीनी विवाद से संबंधित मामले आए, जिनमें से कुछ सरकारी जमीन विवाद तथा कुछ व्यक्तिगत थे। उन्होंने कहा कि जमीनी विवाद के मामले को तहसील स्तर पर ही निस्तारित किया जाए और आपसी झगड़ो के मामलों को थाना दिवस के अवसर पर ही निस्तारित करने का प्रयास किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए फर्जी वीडियो को टॉयलेट न्याय की व्यवस्था जिम्मेदारों को करना होगा। यदि किसी स्तर पर गड़बड़ी मिलती है तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जनता दर्शन में जिलाधिकारी हर्षिता माथुर, मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव, नगर मजिस्ट्रेट प्रकाश चंद्र, जिला अर्थ एवं सांख्यिकीय अधिकारी पन्नालाल के अतिरिक्त सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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