
शशांक सिंह राठौर
रायबरेली : पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं” यह कहावत महराजगंज क्षेत्र के रहने वाले न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल सलेथू के छात्र नैतिक श्रीवास्तव पर बिल्कुल सटीक है। अपनी प्रतिभा के दम पर नैतिक ने कुछ ऐसा कर दिखाया कि आज हर ओर प्रशंसा हो रही है। बाल वैज्ञानिक को जिला, प्रदेश और फिर राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया। इस दौरान कंबोडिया जाने का मौका मिला। बचपन से ही विलक्षण प्रतिभा का धनी नैतिक अब जापान में देश का गौरव बढ़ाएंगे। देर रात शिक्षकों और परिवारजनों ने रवाना किया। इंस्पायर मानक अवार्ड में बाल वैज्ञानिक के रूप में चयनित न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कल, को शैक्षणिक टूर जापान के लिए विद्यालय परिवार ने रवाना किया गया।
मिनिस्ट्री ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी भारत सरकार द्वारा आयोजित इंस्पायर मानक अवार्ड में चयनित विद्यालय के छात्र नैतिक श्रीवास्तव को उनके प्रोजेक्ट “स्मार्ट ग्लासेस फॉर ब्लाइंड पीपल” के लिए बाल वैज्ञानिक के रूप में चयनित किया गया था, जिसके तहत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकीय विभाग भारत सरकार के द्वारा छात्र की प्रोन्नति व नई तकनीकियों को सीखने के लिए एक शैक्षणिक टूर जापान के लिए सुनिश्चित किया। नैतिक श्रीवास्तव शुक्रवार को रायबरेली से दिल्ली के लिए रवाना हुए। उसके बाद दिल्ली से फ्लाइट के माध्यम से जापान पहुंचेगे।
विद्यालय प्रधानाचार्य राजीव सिंह ने बताया कि छात्र नैतिक श्रीवास्तव हमारे विद्यालय का होनहार छात्र है। हमें गर्व है की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने हमारे छात्र को नई तकनीकियों से अवगत कराने के लिए जापान शैक्षणिक टूर के लिए चयनित किया। हम और हमारा विद्यालय प्रबंधन व विद्यालय परिवार छात्र नैतिक श्रीवास्तव के उज्जवल भविष्य की अग्रिम शुभकामनाएं देता है।

इनसेट
बाल वैज्ञानिक नैतिक के हैरतअंगेज खोज
नैतिक श्रीवास्तव बताते हैं कि मेरे गांव हसनपुर में एक व्यक्ति नेत्रहीन था, जिसे देखकर मुझे ऐसा लगा कि कुछ ऐसा क्यों ना किया जाए, जिससे नेत्रहीन लोग भी अपने को कमजोर ना महसूस कर सकें और वह देख सकें।कंप्यूटर साइंस के अध्यापक शिवांग अवस्थी ने विद्यालय न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल शाखा सलेथू के प्रबंधन तंत्र को जानकारी दी। प्रबंधन ने शासन की ओर से इंस्पायर अवार्ड मानक योजना में उनका रजिस्ट्रेशन कराया गया। इसके बाद नेत्रहीनों के लिए अनोखा चश्मा बनाया, जिसे आज जनपद से लेकर विदेशों में भी सराहना हो रही है। इस चश्मे के माध्यम से लोगों को पहचानने में आसानी के साथ जीपीएस सिस्टम समेत तमाम ऐसे उपकरण है, जिससे उसके परिजन अपने फोन के माध्यम से व्यक्ति की लोकेशन ट्रेस कर सकेंगे। साथ ही एक पैनिक बटन भी लगा हुआ है जिसमें नेत्रहीन व्यक्ति यदि किसी संकट में है तो उसकी जानकारी वहां अपने परिजनों को तुरंत दे सकेगा।
वर्ष 2022 में कंबोडिया में मिला मौका
नैतिक के प्रोजेक्ट स्मार्ट ग्लास फॉर ब्लाइंड पीपल को नेशनल लेवल एग्जिबिशन एंड प्रोजेक्ट कंपटीशन 2022 में उत्तर प्रदेश से एकमात्र मॉडल के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर चयनित किया गया। साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कंबोडिया देश में आयोजित आसियान समूह द्वारा प्रोजेक्ट कंपटीशन में भारत की तरफ से उन्होंने भाग लिया। इसके अलावा नैतिक को राष्ट्रपति भवन में अपनी खोज प्रदर्शित करने का मौका मिला।
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