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पहले जमा कराए एक-एक लाख तब रामलीला मंचन

– सिटी मजिस्ट्रेट के अजीबाेंगरीब निर्णय, नोटिस से रामलीला मंचन कमेटी पदाधिकारियों में आक्रोश

शशांक सिंह राठौर

रायबरेली। एक बार फिर जिले के सिटी मजिस्ट्रेट चर्चा में आ गए हैं। कुछ महीने पहले ही बड़े मंगलवार पर भंडारा आयोजन कमेटी को नोटिस देकर प्रशासन की खूब किरकिरी करा चुके हैं। वहीं अब अजीबोगरीब आदेश देकर फिर से चर्चा में हैं।शहर के खाली सहाट में होने वाली 250 साल पुरानी रामलीला पर संकट छा गया है। सिटी मजिस्ट्रेट ने आयोजकों को तीन लाख की जमानत राशि जमा करने का नोटिस दिया है। इसे लेकर आयोजकों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर सिटी मजिस्ट्रेट के खिलाफ नारेबाजी की। मामले को लेकर सीएम से शिकायत की गई है। खाली सहाट की रामलीला इतनी प्रसिद्ध है कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों के लोगों को भी इस रामलीला के आयोजन का इंतजार रहता है। 250 साल से रामलीला आपसी भाई-चारा को मजबूत कर रही है। वहीं अब प्रशासन को इस रामलीला से ही कानून व्यवस्था को खतरा होने का अंदेशा हो गया है।

250 साल पुरानी से शांति व्यवस्था में खतरा

जी हां चौकिए नहीं, 250 साल पुरानी रामलीला कमेटी के आयोजकों से शहर की शांति व्यवस्था को खतरा है। सिटी मजिस्ट्रेट प्रकाश चंद्र एक बार फिर नए आदेश के साथ सुर्खियों में आ गए हैं। इस बार सिटी मजिस्ट्रेट ने सदर कोतवाली प्रभारी की रिपोर्ट पर खाली सहाट रामलीला कमेटी के सभी 15 पदाधिकारियों को कागज कार्रवाई में अराजक बता दिया है। सिटी मजिस्ट्रेट ने कमेटी के सदस्यों को जो नोटिस दी है उसमे साफ जिक्र है कि इन लोगों ने शहर का शांति व्यवस्था को खतरा है। साथ ही रामलीला होने से शहर की शांति बिगड़ सकती है। ऐसे में आयोजकों को एक लाख रुपये की जमानत राशि जमा करने का नोटिस दिया गया है। गौरतलब है कि खाली सहाट की रामलीला जिले में ही नहीं। आसपास के कई कई जिलों में प्रसिद्ध है। यह रामलीला 250 साल पुरानी है। कोरोनाकाल को छोड़ हर साल रामलीला का आयोजन होता है। इस बार रामलीला के आयोजन पर प्रशासन ने ही पेंच फंसा दिया है। प्रशासन द्वारा कानून व्यवस्था के मद्देनजर रामलीला, दुर्गा पूजा आयोजनों को लेकर रिपोर्ट सदर कोतवाली पुलिस ने मांगी गई थी। सभी जगह की रिपोर्ट सही मिली लेकिन खाली सहाट की रामलीला के आयोजकों को रिपोर्ट में कानून व्यवस्था का खतरा बता दिया है। जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने बिना देर किए कमेटी के 15 सदस्यों को 1 लाख रुपये जमानत का जमा करने का फरमान जारी कर दिया। मामले की जानकारी मिलते ही कमेटी के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट में हंगामा किया तथा फरमान को वापस लिए जाने की मांग की। मामला सीएम तक भी पहुंचाया गया है।

 

नोटिस में इनका है नाम
अवधेश कुमार त्रिपाठी निवासी सुरजूपुर, सत्यांशु दुबे निवासी जोशियाना पुल, अमित कुमार निवासी बसंत विहार, शिव शंकर सोनकर निवासी खाली सहाट, बबलू जोशी निवासी जोशियाना पुल, आशू श्रीवास्तव निवासी खाली सहाट, विजय सोनकर निवासी खटिकाना, अरविंद निवासी कजियाना, शनि निवासी सैय्यद राजन, सुजीत कुशवाहा निवासी सैय्यद राजन, शिव कुमार गुप्ता निवासी खतराना, महेश सोनकर निवासी बसंत विहार, शोभित रस्तोगी निवासी अग्रवाल टोला गुलाब रोड, अवधेश वर्मा निवासी खतराना व जगदीश मौर्या निवासी खाली सहाट। इन सभी को रामलीला के आयोजन से पहले सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में एक-एक लाख की जमानत राशि जमा करनी होगी।