
– सैन्य ताकत में हमास इजराइल के सामने बौना
तेल अवीव: हमास के अचानक किए गए हमले ने इस्राइल को स्तब्ध कर दिया। इसके बाद इस्राइल ने जवाबी कार्रवाई की है, जिसमें हमास के कई आतंकी ढेर हो गए। बीते एक हफ्ते से यह युद्ध जारी है। इस बीच, इस्राइली सेना ने पहली बार अपनी गलती मान ली है। इस्राइल के सेना प्रमुख ने कहा कि चूक के लिए इस्राइली रक्षा बल (आईडीएफ) जिम्मेदार है। हम आगे के लिए इससे सबक लेंगे। अभी हमारा मकसद हमास को नेस्तानबूत करना है।
987 में फलस्तीनी मौलवी शेख अहमद यासीन द्वारा बनाया गया हमास पहली बार 2006 में गाजा की सत्ता में आया। इसके बाद से हमास धीरे-धीरे अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने में जुट गया। 2008 तक, जब हमास ने इस्राइल के खिलाफ अपना पहला युद्ध शुरू किया, तब उसने एक सैन्य संरचना विकसित कर ली थी। लेबनान में मौजूद आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के समर्थन से हजारों सदस्यों को प्रशिक्षित किया। उस वक्त हमास अस्थायी रॉकेट लॉन्च कर रहा था। गाजा पर इस्राइल के बाद के हमलों में अनुमानित 1200-1400 फलस्तीनी मारे गए।
तब से हमास ने खुद को अपडेट किया है। 2014 में जब उसने इस्राइल के खिलाफ अपना तीसरा युद्ध शुरू किया, तो उसके पास युद्ध क्षमताओं की एक विस्तृत श्रृंखला तैयार हो चुकी थी। इसके रॉकेटों की संख्या और दूरी तय करने की सीमा बढ़ गई थी। इसके साथ ही हमास ने गाजा पट्टी से इस्राइल तक की सुरंगें बनाईं। इन्हीं सुरंगों के माध्यम से उसने मिस्र से जुटाए हथियारों को इस्राइल पर हमले के लिए इस्तेमाल किया। इससे उसके जमीन पर लड़ने वाले सदस्यों की दक्षता बढ़ी, जो 50 दिनों तक लड़ते रहे।
2021 में हमास ने 11 दिनों के हमले में इस्राइल पर 4,300 रॉकेट दाग दिए। हालांकि, हमास अभी भी इस्राइल का मुकाबला नहीं कर सका। 2021 में इसके हमले में एक बंकर में एक दर्जन लोगों की मौत के बाद इस्राइल के लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों ने गाजा पर बमबारी की। इस हमले में 200 से अधिक लोग मारे गए।
दो साल तक हमास ने इस्राइल के साथ संघर्ष को बढ़ाने से परहेज किया, लेकिन सात अक्तूबर को हुआ हमला इससे पहले हुए किसी भी हमले से कहीं अधिक खतरनाक था। हमास ने इस्राइल की सीमा पर लगे सेंसर्स पर हमला किया और उसके सुरक्षा कैमरों को निष्क्रिय कर दिया। इसने उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध का उपयोग किया और इस्राइली संचार प्रणालियों को जाम कर दिया। इससे स्पष्ट हो गया कि विदेशी मदद के जरिए हमास कुछ समय से अपनी सैन्य प्रौद्योगिकियों को बढ़ा चुका है।
इस बीच, इकोनॉमिस्ट ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि इस्राइल के रक्षा बल संख्या और उपकरण दोनों में हमास से कहीं आगे निकल चुके हैं। इस्राइल ने हमास की सैन्य शक्ति को लगभग 30,000 लड़ाकों तक सीमित कर दिया है। अब इस्राइल ने हमास से निपटने के लिए 3,00,000 आरक्षित सैनिकों को बुलाया। इसके अलावा आईडीएफ के बहुत बड़े शस्त्रागार में मिसाइल नौकाएं और टैंक शामिल हैं। हमास के हाल के हमले के बाद इस्राइल लगातार इसके ठिकानों पर पलटवार कर रहा है। जवाबी कार्रवाई में इस्राइली रक्षा बलों ने 6,000 रॉकेट दागे हैं जिसमें 1,000 से ज्यादा आतंकी ढेर हुए हैं।
More Stories
प्लेन क्रैश से दहल उठा अहमदाबाद, आग का गुबार
जिले में धारा 144 लागू- एडीएम
अभिलेखों के डिजिटलीकरण से आमजन को मिलेगा लाभ