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कब्जा दिलाने पहुंची राजस्व टीम से धक्का-मुक्की

पुलिस ने तीन नामजद सहित 10 से 15 अज्ञात के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा

रायबरेली। शहर के सिविल लाइंस में स्थित कीमती भूखंड का विवाद दिन-ब- दिन बढ़ता ही जा रहा है। पहले से काबिज पक्ष के खिलाफ सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा फैसला देने के बाद बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान राजस्व टीम से धक्का-मुक्की तक की गई। कुछ पल के लिए लखनऊ-प्रयागराज हाईवे का यातायात भी थम गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने एक व्यक्ति को पकड़ कोतवाली ले गई। वहीं तीन नामजद सहित 10 से 15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

शहर के सिविल लाइंस के निकट कीमती भूखंड का मामला काफी दिनों से चर्चा में है। प्रकरण सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट में चल रहा था। बुधवार को सिटी मजिस्ट्रेट के फैसले पर नायब तहसीलदार तेजस्वी त्रिपाठी की राजस्व टीम सहित पुलिस फोर्स ने मौके पर पहुंचकर कब्जा हटवाकर दूसरे पक्ष की देवमती सिंह पत्नी दलबहादुर सिंह का करवा दिया। इस पर पहले से काबिज विपिन यादव पुत्र स्व. महादेव निवासी पासापुर, मुंशीगंज थाना भदोखर विरोध करने लगे। उनके समर्थन में कई लोग एकत्र हो गए। दोनों पक्षों में विवाद बढ़ता देख राजस्व टीम ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए विपिन यादव को कोतवाली लेकर चली गई। प्रकरण में विपिन समेत भाई विकास यादव, सुशील कुमार समेत 10 से 15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

 

 

सत्ता के दबाव में एक पक्षीय कार्रवाई

पीड़ित विकास यादव का कहना है कि विपक्षी के पति भाजपा नेता है। साथ ही जगतपुर ब्लाक प्रमुख भी हैं। सत्ता के दबाव में आकर जिला प्रशासन ने हमारी भूमिधरी जमीन को कब्जा करा दिया है। इसकी शिकायत हम लखनऊ तक करेंगे। प्रशासन की ओर से मेरे भाई विपिन यादव सहित हम सभी लोगों पर मुकदमा भी लिखवाकर दबाव बनाने का काम किया जा रहा है। पुलिस द्वारा एकपक्षीय कार्रवाई की गई है।

 

इनसेट

भाजपा नेता ने पत्रकारवार्ता कर दी सफाई

घटना के बाद किरकिरी होने पर बैकफुट पर आए भाजपा नेता दल बहादुर सिंह ने पत्रकार वार्ता कर गुमराह करने का आरोप लगाया। बताया कि पार्वती गुप्ता का मकान हमने खरीद रखा था। विकास, बृ़जेंद्र और विपिन अन्य लोगों के साथ मेरी बाउंड्री को तोड़कर जनरेटर रख दिया। मेरी पत्नी ने कोतवाली में प्रार्थना पत्र दिया था। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट का आदेश मेरे पक्ष में हुआ, जिस पर विपक्षीगणों ने बवाल किया।