
रायबरेली। सीएचसी सलोन की महिला दन्त चिकित्सक और मेडिकल स्टोर संचालक के बीच बुधवार को चिन्हित मेडिकल स्टोर से दवा लिखने पर विवाद हो गया। मामले ने इस कदर तूल पकड़ा की चिकित्सक मेडिकल संचालक के विरुद्ध शिकायत लेकर कोतवाली पहुंच गई। जबकि मेडिकल संचालक ने दन्त चिकित्सक द्वारा खुद केबिन का दरवाजा बंद करके हंगामा काटने का वीडियो बनाकर पुलिस को सौंपा है। पुलिस पूरे प्रकरण की जांच पड़ताल ने जुटी हुई है।
बुधवार की दोपहर सीएचसी सलोन की दन्त चिकित्सक श्रीगर्लराज ने एक मरीज को सादे पर्चे पर चिन्हित मेडिकल स्टोर से दवा लाने का पर्चा लिखा था। तीमारदार द्वारा चिन्हित मेडिकल स्टोर पर ना जाकर दूसरे मेडिकल स्टोर से दवा खरीदकर दन्त चिकित्सक को दिखाने पहुंच गया। जिसके बाद दन्त चिकित्सक ने तीमारदार को चिन्हित मेडिकल स्टोर से ही दवा लाने का दबाव बनाकर वापस करने को कहा। दवा वापस करने गये तीमारदार ने पूरी बात मेडिकल स्टोर संचालक को बता दी। जिसके बाद संचालक सिमर और करनजीत सिंह सीएचसी सलोन गये और दवा वापस करने का कारण पूछा। आरोप है की दन्त चिकित्सक श्रीगर्लराज इसी बात को लेकर खुन्नस खा गई और चिल्लाने लगी। इसके बाद दोनों पक्षो में कहासुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते अस्पताल के अंदर हंगामा शुरू हो गया। आरोप है कि चिकित्सक ने मेडिकल स्टोर संचालक सिमर को झापड़ मारने का प्रयास करते हुए अपना केबिन खुद ही बन्दकर के चिल्लाना शुरू कर दिया। जिसके बाद मेडिकल संचालक युवक ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो मोबाइल में शूट कर लिया। वही दन्त चिकित्सक शिकायत लेकर कोतवाली पहुंच गई और दोनों युवकों के विरुद्ध कार्यवाही कि मांग पर अड़ गई। वही दोनों युवकों ने घटना स्थल पर बनाई गई वीडियो सलोन पुलिस को सौंप दी है। हालांकि महिला चिकित्सक ने रायबरेली पहुंचकर पुलिस और सीएचसी अधीक्षक पर सहयोग न करने का आरोप लगाकर देर शाम एसपी ऑफिस में डंटी रही।
वर्जन
बुधवार को अस्पताल में हुई घटना संज्ञान में है। घटना से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। दन्त चिकित्सक बीडीएस डिग्री धारक है और उनके द्वारा अन्य डिग्रियों की दवाएं मेडिकल स्टोर से लिखी जाती है। कई बार समझाया जा चुका है।
अमित कुमार सिंह,
अधीक्षक रायबरेली

आज तक पूरी नहीं हुई डॉक्टर की शिकायत की जांच, आक्रोश
रायबरेली। दन्त चिकित्सक श्रीगर्लराज के व्यवहार और उनके द्वारा गरीब तबके के मरीजो को चिन्हित मेडिकल स्टोर से दवाएं लिखने की शिकायत मेडिकल एसोसियशन टीम पहले ही कर चुकी है। मामले की एक प्रतिलिपि अधीक्षक अमित सिंह को पूर्व में सौपी जा चुकी है। मामले की जांच करते हुए अधीक्षक द्वारा रिपोर्ट सीएमओ को दी गई है। जिस पर आज तक एक्शन नही हुआ है। केमिस्ट एसोसिएशन ने कहा है कि हम दंत चिकित्सक की चिकित्सा देखभाल और व्यवहार के खिलाफ औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज करने के लिए लिख रहे हैं। हमें लगता है कि इन मामलों पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है और इससे मरीजों को मिलने वाली देखभाल के मानक के बारे में काफी चिंताएं पैदा हुई हैं। एसोसियशन ने अपनी शिकायत में कहा है कि सरकारी डॉक्टर होने के बावजूद, दवाएं केवल एक मेडिकल स्टोर पर रखी जाती हैं और मरीजों को उसी मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीदने के लिए बाध्य किया जाता है। इसके अलावा, उनके द्वारा दवा का पर्चा संख्यात्मक कोड में लिखे जाते हैं ताकि अन्य केमिस्ट यह न समझ सकें कि दवा के पर्चे में क्या लिखा है। आगे कहा गया है कि प्रत्येक केमिस्ट ने डॉ. श्रीगर्ल राज (डेंटल) अनुरोध किया कि वह अपनी दवा हर मेडिकल शॉप पर उपलब्ध करवा दे तो उसने साफ मना कर दिया।
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