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नियमों के चक्रव्यूह में फंसे नपाप अध्यक्ष रायबरेली

नगर पालिका परिषद बोर्ड बैठक में जमकर हंगामा

अध्यक्ष के साथ सभासदों ने ईओ पर निकाला भड़ास

रायबरेली। नगर पालिका परिषद की मंगलवार को आकस्मिक बोर्ड की बैठक में अध्यक्ष की कार्यशैली पर खूब सवाल उठे। अध्यक्ष के साथ सभासदों ने ईओ पर करारा हमला बोला। जवाब में आउट सोर्सिंग में अध्यक्ष के करीबियों के नाम उजागर होने के बाद सबके होश उड़ गए। वही अध्यक्ष शत्रोहन सोनकर भी बैकफुट पर जाते नजर आए।

इनके नाम हो रहे वायरल

बैठक के दौरान ही सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हो रहा है। इसमें शामिल कर्मचारी अध्यक्ष के नजदीकी बताए रहे हैं। आरोप है कि इन्हीं लोगों का फर्जी भुगतान हो रहा है। इसमें सिम्पी सोनकर, रामसुमिरन, रामदुलारी, आलोक कुमार, राजू, मोहिब अली, अखिलेश द्विवेदी, शिव प्रकाश, उमेश चंद्र, सौम्य मिश्रा, अफरीन फातिमा, शिवांशु बाजपेई, प्रीती दीक्षित, स्वाती अवस्थी, सौरभ आनंद, मानसी सोनकर, रिजवाना, सगीर अहमद, विनीत कुमार, जियाउर रहमान, रीता सोनकर, शैल सोनकर, प्यारेलाल, संतोष सेन, सुरजीत कुमार और अजय प्रताप शामिल है। इन सभी के नाम पर भुगतान का दबाव बनाने का आरोप लगाया जा रहा है।

सभासदों को साधने में कामयाब रहे अध्यक्ष

यह कोई पहली बार नहीं है। अब तक कई बार अध्यक्ष और ईओ आमने-सामने आ चुके हैं। अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं। ऐसे में ईओ पर कई बार भाजपा नेताओं के इशारे पर कार्य करने का आरोप लगाया जा चुका है। बताते हैकि कुछ दिन पहले ही गुपचुप तरीके से अध्यक्ष की सभासदों के साथ बैठक हुई। उसमें कई सभासदों और ठेकेदारों ने भुगतान का मुद्दा उठाया। ईओ के नहीं सुनने का भी आरोप लगाया। इसी के बाद आकस्मिक बैठक का दबाव प्रशासन पर बनाया जाने लगा। अब देखना यह है कि अध्यक्ष और सभासद अपने मंसूबों पर कितना कामयाब हो पाते हैं।

ईओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास

नगर पालिका परिषद की दोपहर में आकस्मिक बैठक शुरू होते ही ईओ स्वर्ण सिंह के विरोध में सभासदों ने मोर्चा खोल दिया। पालिका अध्यक्ष शत्रोहन सोनकर, एसडीएम न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने हंगामा चलता रहा। सभासदों ने बैठक में ईओ के शामिल होने का विरोध करने लगे। एसडीएम न्यायिक आशुतोष राय ने मामला संभालने की कोशिश की, लेकिन सभासद कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुए। 32 सभासदों ने सर्वसम्मति से ईओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया। इस मौके पर सभासद परमजीत सिंह गांधी, रामखेलावन बारी, बृजेश कुमार पांडेय, सबिस्ता ब्रजेश, पुष्पा यादव, कमरूद्दीन, शैलेंद्र यादव आदि मौजूद रहे। सभासद आशा सिंह निंदा प्रस्ताव में हस्ताक्षर नहीं किए, जबकि आजाद नगर वार्ड के सभासद बोर्ड की बैठक में उपस्थित नहीं हुए।

अधिशासी अधिकारी स्वर्ण सिंह बोले

 

बोर्ड बैठक में हंगामा पालिकाध्यक्ष के षडय़ंत्र का हिस्सा है। पालिकाध्यक्ष अपने रिश्तेदारों को आऊट सोर्सिंग के माध्यम से काम दिलाकर उनका फर्जी भुगतान कराने का दबाव काफी समय से बना रहे हैं। यहां तक शासन से कर्मियों के वेतन के लिए आने वाले बजट को ठेकेदारों का भुगतान कराने का दबाव बनाते हैं। आउट सोर्सिंग के कर्मचारियों का भुगतान भी पालिकाध्यक्ष नहीं कर रहे हैं। इससे कर्मचारी आंदोलित हैं।

अध्यक्ष शत्रोहन सोनकर का जवाब

ईओ की वजह से विकास कार्य शहर में नहीं हो रहे हैं। आउट सोर्सिंग में रिश्तेदार को रखने की बात गलत है। ईओ के हस्तक्षेप से ही कर्मचारी रखे जाते हैं। इसकी जांच करा ले स्वत: सबकुछ सामने आ जाएगा। सभासदों ने उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया है, जिसे जिलाधिकारी के साथ मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा।