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रायबरेली में डिजिटाइजेशन पर बीएसए को शिक्षकों की चुनौती

विरोध में शिक्षक संगठन बोले, हमारी मांग न पूरी होने तक नहीं अपनाएंगे डिजिटाइजेशन व्यवस्था

शशांक सिंह राठौर

रायबरेली: बेसिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों की तरफ से कराए जा रहे डिजिटाइजेशन के खिलाफ शिक्षक संगठन अब आर-पार की मुद्रा में आ गए हैं। गुरुवार को सभी शिक्षक संगठन एक बैनर तले आकर कड़ा विरोध जताया। वहीं अब इस व्यवस्था को लागू करने की तैयारी में लगे बेसिक शिक्षा अधिकारी को खुली चुनौती भी दे दी। बीएसए को सामूहिक रूप से ज्ञापन देते उत्तर प्रदेश जूनियर शिक्षक संघ, प्राथमिक शिक्षक संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, उर्दू शिक्षक संघ, एससीएसटी शिक्षक संघ, आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन, प्राथमिक शिक्षामित्र संघ, अनुदेशक एसोसिएशन, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी एसोसिएशन जिलाध्यक्ष व पदाधिकारियों ने कहा कि जब तक हम लोगों की मांग को पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक हम लोग इस व्यवस्था को नहीं अपनाएंगे।
विकास भवन प्रांगण में जूनियर शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष समर बहादुर सिंह की अध्यक्षता में सामूहिक बैठक की। इसमें मौलिक समस्याओं के समाधान तक डिजिटाइजेशन का पूर्णं बहिष्कार करने का निर्णय लिया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सरंक्षक समर बहादुर सिंह ने कहा कि डिजिटाइजेशन में हमारी समस्याओं को नजरंदाज कर लागू किया गया है। जिलाध्यक्ष राघवेंद्र यादव ने कहा कि वर्तमान ऑनलाइन उपस्थिति व्यवस्था शोषणकारी है। इसमें शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को आये दिन शोषित होना होगा।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष महेंद्र यादव ने कहा कि आकस्मिक अवकाश की श्रेणी में “हाफ डे लीव” का प्राविधान बेसिक शिक्षा में भी किया जाए, जिससे आकस्मिता की स्थिति में शिक्षक हाफ डे लीव का उपभोग कर सकें। आरएसएम के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग की पदोन्नति प्रक्रिया में प्रत्येक विद्यालय में प्रधानाध्यापक को पदस्थापित किया जाए तथा इंचार्ज प्रधानाध्यापक की व्यवस्था को समाप्त किया जाए। डीपीए जिलाध्यक्ष अशोक प्रियदर्शी ने कहा कि जिले के अन्दर शिक्षकों के स्थानान्तरण की प्रक्रिया प्रारम्भ कर उन्हें उनके निवास के विकास खण्ड अथवा निकटस्थ विकास खण्ड में विकल्प लेकर स्थानांतरित किया जाए।
उर्दू शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मोइनुल हक ने कहा कि कैशलेस चिकित्सा का लाभ राज्य कर्मचारियों की भांति बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों को भी प्रदान किया जाए। शिक्षा मित्र संघ के जिलाध्यक्ष अजित सिंह और अजय प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य कर्मचारियों की भांति शिक्षकों को भी प्रतिवर्ष 31 अर्जित अवकाश प्रदान किया जाएं।
शिक्षणेत्तर संघ जिलाध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने कहा कि बेसिक शिक्षा के ग्रामीण परिवेशीय विद्यालयों का शिक्षण समय प्रकृति के अनुकूल ग्रीष्मकाल में 7-12 तथा शीतकाल में प्रातः 9 से 3 बजे तक किया जाए। विकास भवन में संचालित बैठक का संचालन संजय कनौजिया और मधुकर सिंह ने किया। इस मौके पर अनूप सिंह, रवि श्रीवास्तव, सुनील यादव, गौरव युवराज, अजय प्रताप सिंह, अखिलेश चौरसिया, दिनेश, मेराज, शिव कुमार सिंह, भानु प्रताप सिंह, रामभरत राजभर, हरिवंश सिंह, जयकरन सिंह, रविकांत शुक्ला, राम प्रसाद, हरिकेश यादव, संध्या त्रिवेदी, सियाराम यादव आदि मौजूद रहे।