– डीएम ने समीक्षा के बाद छात्र-छात्राओं की कम उपस्थिति पर शिक्षकों का रोका वेतन
– विभाग की किरकिरी से बीएसए खफा, खंड शिक्षा अधिकारियों से मांगा स्पष्टीकरण
रायबरेली। नवंबर माह में जिले के सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम रही है। इस पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा की जांच के बाद डीएम ने कार्रवाई करते हुए 300 शिक्षक-शिक्षिकाओं का दिसंबर माह का वेतन रोक दिया है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा आईवीआरएस पोर्टल पर छात्र उपस्थिति डाटा की समीक्षा करते हुए उपस्थिति बढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सीएम डैश बोर्ड पोर्टल पर मासिक समीक्षा बैठक में रायबरेली की औसत उपस्थिति न्यून पाई गई है। जिस पर डीएम द्वारा नाराजगी जाहिर कर आईवीआरएस पोर्टल पर समीक्षा के दौरान एक से 30 नवंबर के मध्य विद्यालयों में औसत उपस्थिति के आधार पर ऐसे विद्यालय जहां पर सबसे न्यूनतम बच्चों की उपस्थिति 40 प्रतिशत से कम रही है। ऐसे में संबंधित विद्यालय के समस्त स्टॉफ का दिसंबर माह का वेतन रोक दिया है। बताते हैं कि अमावां ब्लाक में 9, बछरावां में 7, छतोह में 2, डलमऊ में 8, डीह में 2, गौरा में 6, जगतपुर में 1, खीरों में 5, लालगंज में 1, महराजगंज में 2, नगर क्षेत्र में 4, राही में 2, रोहनियां में 3, सलोन में 5, सतांव में 7, शिवगढ़ में 4, ऊंचाहार में 4 परिषदीय स्कूलों में 40 प्रतिशत से कम छात्र-छात्राओं को उपस्थिति रही। इसमें 10 प्रतिशत से कम वाले स्कूल में महराजगंज का नहरिया प्राथमिक स्कूल रहा जहां 4.6 प्रतिशत उपस्थिति रही। गौरा ब्लाक का कंपोजिट विद्यालय देवबना में 7.39 प्रतिशत, अमावां ब्लाक का छेरी में 3.05 प्रतिशत उपस्थिति रही। 74 विद्यालयों के करीब 300 शिक्षक-शिक्षिकाओं का दिसंबर माह का वेतन रोक दिया गया है। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारियों को सभी विद्यालयों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए हैं।

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