ऊंचाहार कोतवाल का महिला से व्हाटसएप चैटिंग वायरल, पति ने डीजीपी को लिखा पत्र

रायबरेली। खाकी पर समाज की सुरक्षा का जिम्मा होता है। लेकिन जब जिम्मेदार ही अनुशासनहीन हो जाए तो दूसरो को क्या कहे। जिले के ऊंचाहार क्षेत्र का एक ऐसा प्रकरण सामने आया है, जिससे खाकी को शर्मसार होना पड़ रहा है। कोतवाल का क्षेत्र की एक महिला से की गई व्हाट्सएप पर चैटिंग वायरल होने से क्षेत्र में जोरों पर चर्चा है। वही चैटिंग वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मची हुई है । चैटिंग के अधिकांश मैसेज डिलीट किए गए हैं लेकिन कुछ अश्लील मैसेज मौजूद हैं । हालांकि इस चैटिंग के प्रामाणिकता की पुष्टि हम नहीं करते हैं। जांच के बाद ही सही तथ्य सामने आ सकेगा। प्रकरण में आरोप है कि महिला के पति ने दोनों के बीच हुई चैटिंग को पकड़ा तो उसके साथ मारपीट की गई । पति ने कोतवाल से अपनी जान का खतरा बताते हुए डीजीपी को पत्र लिखकर सारा साक्ष्य भेजा है ।
मामला कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का है । गांव के रहने वाले युवक के कहना है कि कुछ माह पूर्व उसका उसकी पत्नी से विवाद हुआ था । जिसकी शिकायत लेकर उसकी पत्नी कोतवाली गई थी । जहां पर कोतवाल ने उसकी पत्नी को देखा और महिला को अपना निजी नंबर दिया । इसके बाद दोनों में चैटिंग और व्हाट्सएप कॉलिंग शुरू हो गई । महिला के पति ने अपनी पत्नी के मोबाइल फोन पर दोनों के बीच चैटिंग देखी तो उसके होश उड़ गए । उसने चैटिंग के कुछ अंश की कॉपी कर ली । आरोप है कि जब कोतवाल को मामले की जनकारी हुई तो महिला के पति को दोनों के बीच न आने की धमकी दी गई । उसका कहना है कि उसके साथ कुछ लोगों ने मारपीट भी की। पीड़ित पति ने आपकी पत्नी और कोतवाल की चैटिंग के अंश डीजीपी को भेजकर कोतवाल से अपनी जान का खतरा बताया है। पीड़ित का कहना है कि उसकी पत्नी को कोतवाल ने अपने प्रेमजाल में फंसा लिया है । वायरल चैटिंग में कोतवाल महिला को सचेत करते हैं कि सारे मैसेज डिलीट कर दिया करो ।
इनसेट
डिलीट के शेष मैसेज कुछ ऐसे हैं
वायरल चैटिंग में अधिकांश मैसेज डिलीट हैं । चैटिंग के कुछ अंश शेष है । जिसमें दो स्थान पर अलग अलग तिथि में लिखा गया है कि जल्दी सो गई , सो गई क्या ? एक स्थान पर अश्लील मैसेज लिखा गया है। अलग अलग तिथि में महिला के साथ हुई चैटिंग की पूरी कॉपी डीजीपी को भेजी गई है । कोतवाल की महिला के साथ चैटिंग वायरल होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है । उधर अधिकारी इससे पूरी तरह अंजान बने हुए है। सीओ डलमऊ अरुण कुमार नौहार का कहना है कि मामले की उन्हें जानकारी नहीं है । यदि शिकायत मिली तो जांच करके करवाई की जाएगी।
More Stories
पद्मश्री ओलंपियन सुधा ने खिलाड़ियों में भरा जोश
गोंडा में वर्चस्व की लड़ाई में भिड़े विधायक और प्रमुख समर्थक
आजम की रिहाई आज, एक साल 11 महीने और चार दिन से हैं बंद