रायबरेली। छात्रवृत्ति को लेकर जिले के जिम्मेदार तनिक भी फिक्रमंद नहीं है। जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने धीमी प्रगति पर चिंता जताते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक को पत्र लिखा है। अब तक 1553 आवेदन में से विद्यालयों की ओर से महज 198 का ही सत्यापन किया जा सका है। इससे उनकी छात्रवृत्ति पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक से कहा है कि निदेशक, पिछड़ा वर्ग कल्याण, उप्र लखनऊ द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग पूर्वदशम् छात्रवृत्ति योजनान्तर्गतसमरी रिपोर्ट उपलब्ध करायी गयी है।
रिपोर्ट के अनुसार 5553 छात्रों द्वारा अपने आवेदन का नवीनीकरण किया जाना है। जबकि अभी तक कुल 1535 छात्रों के ऑनलाइन आवेदन भरे गये है। जिसमे से 393 आवेदन सम्बन्धित शिक्षण संस्थान द्वारा रिसीव, 198 वेरीफाई एवं 127 फॉरवर्ड किये गये है। जो कि जनपद मे अध्ययनरत कक्षा 9-10 के अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों की संख्या की तुलना में अत्यधिक कम है। उन्होंने कहा है कि पूर्वदशम् छात्रवृत्ति योजनान्तर्गतछात्रो द्वारा आनलाइन आवेदन करने की अन्तिम तिथि 08 दिसम्बर और सम्बन्धित विद्यालय द्वारा आवेदन पत्र को ऑनलाइन सत्यापित एवं अग्रसारित करने की अन्तिम तिथि 15 दिसम्बर निर्धारित है।
जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक से कहा है कि उक्त तिथियो को दृष्टिगत रखते हुए सम्बन्धित शिक्षण संस्थानो के प्रधानाचार्यो को छात्रो के आवेदन कराने एवं प्राप्त आवेदन पत्र को त्वरित गति से ऑनलाइन सत्यापित एवं अग्रसारित किये जाने हेतु निर्देशित करें। इसके अतिरिक्त शिक्षण संस्थानो के स्तर से वित्तीय वर्ष 2022-23 में योजनान्तर्गतसम्बन्धित शिक्षण संस्थान में कुल कितने छात्रो द्वारा ओबीसी छात्रवृत्ति हेतु ऑनलाइन आवेदन फ्रेश/रिनीवल श्रेणी के रूप में ऑनलाइन अग्रसारित किया गया है तथा वित्तीय वर्ष में रिनीवल के पात्र छात्रो के सापेक्ष यदि कम आवेदन रिनीवल श्रेणी मे हो रहें है तो उसका भी औचित्य शिक्षण संस्थावार उपलब्ध करायें। ताकि वांछित सूचना निदेशालय, पिछड़ा वर्ग कल्याण उ0प्र0 लखनऊ को प्रेषित की जा सके।
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